• Home 1
  • Home 2
  • Home 3
  • Home 4
  • Home 5
Friday, May 16, 2025
  • Login
CG NEWS FOCUS
Advertisement
  • Home
  • छत्तीसगढ़
    • रायपुर
    • दुर्ग
    • बिलासपुर
    • रायगढ़
    • बलोदा बाजार
    • सारंगढ़
    • धमतरी
    • बेमेतरा
    • महासमुंद
    • कांकेर
    • कोरबा
    • गरियाबंद
    • मुंगेली
    • बालोद
    • जशपुर
    • बस्तर
  • देश
  • विदेश
  • टॉप न्यूज़
  • वायरल न्यूज़
  • बिजनेस
  • ब्रेकिंग न्यूज
  • मध्यप्रदेश
  • राजनीति
  • शिक्षा
No Result
View All Result
  • Home
  • छत्तीसगढ़
    • रायपुर
    • दुर्ग
    • बिलासपुर
    • रायगढ़
    • बलोदा बाजार
    • सारंगढ़
    • धमतरी
    • बेमेतरा
    • महासमुंद
    • कांकेर
    • कोरबा
    • गरियाबंद
    • मुंगेली
    • बालोद
    • जशपुर
    • बस्तर
  • देश
  • विदेश
  • टॉप न्यूज़
  • वायरल न्यूज़
  • बिजनेस
  • ब्रेकिंग न्यूज
  • मध्यप्रदेश
  • राजनीति
  • शिक्षा
No Result
View All Result
CG NEWS FOCUS
No Result
View All Result
Home राजनीति

छत्तीसगढ़ की राजनीति में परदेसिया वाद: भाजपा हो या कांग्रेस

छत्तीसगढ़ की राजनीति में परदेसिया वाद

CGNEWSFOCUS by CGNEWSFOCUS
September 14, 2024
in राजनीति
0
छत्तीसगढ़ की राजनीति में परदेसिया वाद: भाजपा हो या कांग्रेस
468
SHARES
1.5k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

स्पेशल रिपर्ट

रायपुर (CG News Focus): छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक लंबे समय से बाहरी नेताओं का प्रभाव देखा गया है, जिसे ‘परदेसीया वाद’ के नाम से जाना जाता है। राज्य के गठन के बाद से लेकर अब तक, चाहे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार रही हो या (कांग्रेस) की, दोनों ही दलों की राजनीति में बाहरी चेहरों का दबदबा कायम रहा है। यह स्थिति स्थानीय नेतृत्व के विकास में एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है।

  1. छत्तीसगढ़ की राजनीतिक पृष्ठभूमि

छत्तीसगढ़ 1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश से अलग होकर एक नया राज्य बना। इस राज्य के निर्माण का उद्देश्य था कि स्थानीय समस्याओं का स्थानीय नेतृत्व द्वारा समाधान किया जाए। लेकिन राज्य गठन के बाद से ही छत्तीसगढ़ की राजनीति में बाहरी नेताओं की प्रभावी भूमिका पर सवाल उठते रहे हैं। छत्तीसगढ़ की राजनीतिक संरचना में स्थानीय नेतृत्व को प्रमुखता नहीं मिल पाई, जिसके कारण राज्य की असली समस्याएं कई बार पीछे छूटती नजर आईं।

  1. बीजेपी शासन में बाहरी नेताओं की स्थिति

बीजेपी के शासनकाल के दौरान, छत्तीसगढ़ की राजनीति में बाहरी नेताओं की अहमियत स्पष्ट रूप से देखी गई। रमन बीजेपी शासन में भी कई बार बाहरी नेताओं को महत्वपूर्ण भूमिकाएं दी गईं।
राज्य में चुनावी रणनीति और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में दिल्ली और दूसरे राज्यों से आए नेताओं का हस्तक्षेप देखा गया। यह एक मुद्दा बन गया जब स्थानीय नेतृत्व को अधिक मौके न दिए जाने की शिकायतें जोर पकड़ने लगीं।

  1. कांग्रेस सरकार और बाहरी प्रभाव

कांग्रेस की वर्तमान सरकार में भी इस प्रकार की स्थिति बनी रही। कई बाहरी नेताओं को उच्च राजनीतिक पदों पर नियुक्त किया गया। कुछ उदाहरणों में, अन्य राज्यों से आने वाले नेता चुनावों के दौरान छत्तीसगढ़ की चुनावी रणनीति बनाने में अग्रणी भूमिका निभाते दिखे।
इससे राज्य के स्थानीय नेताओं के बीच असंतोष का माहौल बना, क्योंकि उन्हें राजनीतिक निर्णय लेने में सीमित अधिकार दिए गए थे।

  1. स्थानीय नेतृत्व की उपेक्षा

छत्तीसगढ़ के स्थानीय नेताओं को कई बार राजनीतिक प्रक्रिया से बाहर रखा गया, जो कि राज्य की समग्र राजनीतिक व्यवस्था के लिए नुकसानदायक साबित हुआ। स्थानीय नेताओं का मानना है कि वे राज्य की समस्याओं को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और उनका समाधान भी उसी अनुरूप कर सकते हैं, लेकिन बाहरी नेताओं का प्रभाव इस प्रक्रिया में बाधक बन रहा है।

  1. राज्य की वास्तविक समस्याएं और बाहरी नेतृत्व

छत्तीसगढ़ की राजनीति में बाहरी नेतृत्व के प्रभाव का एक प्रमुख नकारात्मक पहलू यह है कि बाहरी नेता अक्सर राज्य की जमीनी हकीकत से अवगत नहीं होते। यहां के मुद्दे, जैसे कि नक्सलवाद, आदिवासी विकास, और कृषि संकट, के समाधान के लिए एक स्थानीय परिप्रेक्ष्य की आवश्यकता होती है।

एक राजनीतिक विश्लेषक के अनुसार, “बाहरी नेता, जिनकी छत्तीसगढ़ में सीमित समझ होती है, अक्सर राज्य के लिए दीर्घकालिक समाधान प्रदान करने में विफल होते हैं। छत्तीसगढ़ को एक स्थानीय नेतृत्व की आवश्यकता है जो राज्य के जमीनी स्तर की वास्तविकताओं को बेहतर तरीके से समझ सके।”

  1. जनता की अपेक्षाएं और आक्रोश

छत्तीसगढ़ की जनता ने हमेशा से स्थानीय नेतृत्व को मजबूत करने की मांग की है। जनता का मानना है कि बाहरी नेताओं के हस्तक्षेप के कारण स्थानीय समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता। कई बार चुनावी सभाओं में भी यह मुद्दा उभर कर सामने आता है कि क्यों छत्तीसगढ़ी नेताओं को शीर्ष पदों पर नहीं रखा जाता।

  1. बाहरी नेताओं की भूमिका पर सवाल

बाहरी नेताओं की भूमिका पर सवाल उठना इसलिए भी स्वाभाविक है क्योंकि वे राज्य की वास्तविक समस्याओं को गहराई से समझने में असमर्थ होते हैं। यह स्थिति राज्य के विकास और राजनीतिक स्थिरता के लिए नुकसानदायक साबित हो रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर स्थानीय नेतृत्व को प्राथमिकता दी जाती, तो छत्तीसगढ़ की राजनीतिक समस्याओं का समाधान कहीं अधिक प्रभावी तरीके से हो सकता था।

  1. स्थानीय नेतृत्व को सशक्त करने की आवश्यकता

स्थानीय नेताओं और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अब समय आ गया है कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में स्थानीय नेताओं को अधिक महत्व दिया जाए। वे राज्य के जमीनी मुद्दों को समझते हैं और उसके समाधान के लिए ठोस कदम उठा सकते हैं।
विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि बाहरी नेताओं की बजाय स्थानीय नेतृत्व को अधिक अवसर दिए जाने चाहिए ताकि छत्तीसगढ़ राज्य अपने विकास के लक्ष्यों को तेजी से प्राप्त कर सके।

  1. छत्तीसगढ़ की राजनीति का भविष्य

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर छत्तीसगढ़ में बाहरी नेतृत्व का प्रभाव जारी रहा, तो यह राज्य की राजनीतिक और सामाजिक संरचना के लिए हानिकारक हो सकता है। छत्तीसगढ़ को अपने भविष्य के लिए एक नई दिशा में जाने की आवश्यकता है, जहां स्थानीय नेतृत्व को सम्मान और अधिकार मिले।

  1. राज्य हित में निर्णयों की आवश्यकता

अंत में, यह स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में बाहरी नेताओं के बढ़ते वर्चस्व के बावजूद, राज्य के विकास और समृद्धि के लिए स्थानीय नेतृत्व को सशक्त करना जरूरी है। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो छत्तीसगढ़ की असली समस्याएं कभी भी पूरी तरह से हल नहीं हो पाएंगी।


यह समाचार छत्तीसगढ़ की राजनीति में बाहरी नेताओं के बढ़ते वर्चस्व और स्थानीय नेतृत्व की चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा करता है, और राज्य की जनता और नेताओं के बीच उपजी नाराजगी को उजागर करता है।

(CG News Focus)

Source: CG News Focus
Tags: कांग्रेस सरकारछत्तीसगढ़ राजनीतिछत्तीसगढ़ विकासछत्तीसगढ़ियापरदेसी वादबाहरी नेताभाजपा सरकार
Previous Post

डीजे की तेज आवाज से हो सकता है जानलेवा: छत्तीसगढ़ में मौत की पुष्टि

Next Post

Jagdalpur News: वन परिक्षेत्र भानपुरी के अतिक्रमण को अभियान चलाकर किया जा रहा वन भूमि को मुक्त

Next Post
Jagdalpur News

Jagdalpur News: वन परिक्षेत्र भानपुरी के अतिक्रमण को अभियान चलाकर किया जा रहा वन भूमि को मुक्त

Recommended.

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री  साय की पहल: अब आम आदमी को तहसील के चक्कर से मिलेगी मुक्ति

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री साय की पहल: अब आम आदमी को तहसील के चक्कर से मिलेगी मुक्ति

September 29, 2024
खान सुरक्षा महानिदेशालय ने हिंदुस्तान जिंक की सुरक्षा उत्कृष्टता के लिए की सराहना

खान सुरक्षा महानिदेशालय ने हिंदुस्तान जिंक की सुरक्षा उत्कृष्टता के लिए की सराहना

August 5, 2024

Trending.

छत्तीसगढ़ में मोदी सरकार के 100 दिन: रेलवे लाइन और एफएम केंद्रों की स्वीकृति से विकास को मिली नई दिसा

छत्तीसगढ़ में मोदी सरकार के 100 दिन: रेलवे लाइन और एफएम केंद्रों की स्वीकृति से विकास को मिली नई दिसा

September 18, 2024
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने आज निवास पर केंद्रीय इस्पात और भारी उद्योग मंत्री एवं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री श्री एचडी कुमारस्वामी से सौजन्य भेंट

रायपुर: मुख्यमंत्री की केंद्रीय इस्पात और भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमारस्वामी से सौजन्य मुलाकात

September 17, 2024
महतारी वंदन योजना ने बढ़ाई तीजा की खुशी

महतारी वंदन योजना ने बढ़ाई तीजा की खुशी

September 5, 2024
दादा जी असली मैनेजमेंट गुरु: हर निर्णय में लें उनकी सलाह

दादा जी असली मैनेजमेंट गुरु: हर निर्णय में लें उनकी सलाह

September 10, 2024
This Daughter's Day, honor her brilliance with a De Beers Forevermark diamond.

This Daughter’s Day, honor her brilliance with a De Beers Forevermark diamond

April 17, 2025

CG NEWS FOCUS

Categories

  • Blog
  • कबीरधाम
  • कोरबा
  • गरियाबंद
  • छत्तीसगढ़
  • जशपुर
  • टॉप न्यूज़
  • देश
  • बलोदा बाजार
  • राजनीति
  • रायगढ़
  • रायपुर
  • वायरल न्यूज़
  • विदेश
  • सारंगढ़

Tags

Chhattisgarh अजीत जोगी अपराध अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी आवाज उद्घाटन ऑनलाइन गेम किया जाएगा ग्रामीण ग्रामीण युवा घायल चक्रधर समारोह चांदी के भाव चौक छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ वर्षा तीजा देखने वाली बात परिवार प्रतियोगिता प्रधानमंत्री आवास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बलौदा बाजार बारिश बीजेपी बीजेपी छत्तीसगढ़ बैंक महतारी वंदन योजना मानसून मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री विष्णु देव साय रायगढ़ रायगढ़ चक्रधर समारोह रायपुर रोजगारके अवसर विकास कार्य विजय शर्मा विधायक विष्णु देव साय शिक्षक दिवस समाज सारंगढ़ बिलाईगढ़ सुप्रीम कोर्ट सोने की कीमतें
  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

© 2025 CG NEWS FOCUS - ALL Right Copyright

No Result
View All Result
  • Home

© 2025 CG NEWS FOCUS - ALL Right Copyright

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In
en_USEnglish
en_USEnglish