नई दिल्ली। CG news focus ब्यूरो रिपोर्ट।
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने देशभर के लाखों युवाओं को एक नई उम्मीद दी है। आयोग ने एक नई योजना ‘प्रतिभा सेतु’ की शुरुआत की है, जिसके तहत अब सिविल सेवा परीक्षा (CSE) के इंटरव्यू तक पहुंचने वाले लेकिन अंतिम चयन सूची में शामिल न हो पाने वाले उम्मीदवारों को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे।
हर वर्ष लाखों अभ्यर्थी IAS, IPS जैसे प्रतिष्ठित पदों के लिए यूपीएससी की कठिन परीक्षा में शामिल होते हैं। प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा पास करने के बाद चयन की अंतिम सीढ़ी – इंटरव्यू तक पहुंचने वाले उम्मीदवारों की संख्या सैकड़ों में होती है। लेकिन इनमें से भी कुछ ही अभ्यर्थी फाइनल मेरिट लिस्ट में जगह बना पाते हैं।
प्रतिभा की पहचान, अब बेकार नहीं जाएगी मेहनत
यूपीएससी ने माना है कि इंटरव्यू तक पहुंचने वाले अभ्यर्थी बेहद प्रतिभाशाली होते हैं और उनकी क्षमता का सदुपयोग होना चाहिए। इसी उद्देश्य से ‘प्रतिभा सेतु’ नामक स्कीम शुरू की गई है, जिसके माध्यम से ये अभ्यर्थी सीधे निजी और सरकारी संस्थानों से जुड़ सकेंगे।
इस योजना के तहत UPSC ऐसे अभ्यर्थियों का डेटा संबंधित संस्थानों के साथ साझा करेगा, जिससे कंपनियां और सरकारी एजेंसियां इन प्रतिभाशाली युवाओं को रोजगार का अवसर दे सकेंगी।
रोजगार और राष्ट्र निर्माण दोनों को साधने की पहल
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल न केवल योग्य उम्मीदवारों को सम्मान और अवसर देगी, बल्कि राष्ट्र निर्माण में उनकी भागीदारी को भी सुनिश्चित करेगी। इससे प्रतिभा का पलायन भी रुकेगा और युवाओं का मनोबल भी बढ़ेगा।
UPSC की छवि और मजबूत
‘प्रतिभा सेतु’ के माध्यम से UPSC अब केवल एक परीक्षा लेने वाली संस्था नहीं, बल्कि युवाओं के समग्र विकास और उन्हें बेहतर भविष्य देने वाला मंच भी बन गया है।
मुख्य बातें एक नजर में:
🔹 UPSC ने शुरू की ‘प्रतिभा सेतु’ योजना
🔹 इंटरव्यू तक पहुंचे लेकिन चयन से वंचित अभ्यर्थियों को मिलेगा नौकरी का मौका
🔹 निजी व सरकारी संस्थानों से जोड़ने की प्रक्रिया होगी तेज
🔹 देशभर के युवाओं में खुशी की लहर