Cgnewsfocus: मंकीपॉक्स एक दुर्लभ वायरस संक्रमण है जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होता है। इस बीमारी का नाम मंकीपॉक्स इसलिए रखा गया क्योंकि पहली बार यह बीमारी 1958 में रिसर्च के लिए रखे गए बंदरों में पाई गई थी। हालांकि, यह वायरस मुख्य रूप से अफ्रीका के छोटे स्तनधारी जानवरों, जैसे चूहे, गिलहरी और अन्य कुतरने वाले जानवरों से फैलता है। इंसानों में इस वायरस का पहला मामला 1970 में कांगो में सामने आया था।
लक्षण:
मंकीपॉक्स के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के 7-14 दिन बाद दिखाई देते हैं, लेकिन यह समय 5 से 21 दिनों तक भी हो सकता है। इसके लक्षण फ्लू जैसे होते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- बुखार: अचानक तेज़ बुखार हो सकता है।
- सिरदर्द: सिर में तेज़ दर्द होना।
- थकान: अत्यधिक थकान महसूस होना।
- मांसपेशियों में दर्द: मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द हो सकता है।
- लिम्फ नोड्स का सूजन: गर्दन, बगल, और गुदाद्वार में लिम्फ नोड्स का सूजन होना।
- चोट और घाव: बुखार के 1 से 3 दिनों बाद शरीर पर छोटे-छोटे फोड़े और घाव होने लगते हैं, जो धीरे-धीरे बढ़ते हैं। ये फोड़े चेहरे से शुरू होकर पूरे शरीर में फैल सकते हैं।
संक्रमण का तरीका:
मंकीपॉक्स वायरस संक्रमित जानवर के संपर्क में आने या संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से फैल सकता है। यह वायरस शारीरिक तरल पदार्थ, घावों के संपर्क, या संक्रमित व्यक्ति के कपड़ों और बिस्तर से फैल सकता है।
इलाज और रोकथाम:
मंकीपॉक्स का कोई विशेष इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए दवाएं दी जा सकती हैं। इसके अलावा, चेचक (स्मॉलपॉक्स) का टीका मंकीपॉक्स से कुछ हद तक सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
रोकथाम के उपाय:
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना।
- संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग किए गए कपड़े और बिस्तर से दूर रहना।
- हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह से धोना।
- संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों की यात्रा करने से बचना।
हाल की स्थिति:
हाल के वर्षों में, मंकीपॉक्स के कई मामले अफ्रीका के बाहर भी देखने को मिले हैं, जिनमें यूरोप और अमेरिका शामिल हैं। इसका कारण अंतरराष्ट्रीय यात्रा और संक्रमित जानवरों के आयात के रूप में देखा गया है। कई देशों में इस वायरस के फैलाव को रोकने के लिए सावधानियां बरती जा रही हैं, और इसे लेकर जागरूकता बढ़ाई जा रही है।
मंकीपॉक्स की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए स्वास्थ्य संगठन और सरकारें सतर्क हैं और इस वायरस के फैलाव को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं। अगर किसी व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखें, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उचित सावधानियां बरतनी चाहिए।