छत्तीसगढ़ से एकमात्र चयनित शिल्पी
सारंगढ़ बिलाईगढ़ (CG News Focus): सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के लिए एक गर्व का अवसर सामने आया है। जिले की शिल्पकार हीराबाई झरेका बघेल को राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार 2023 के लिए चयनित किया गया है। यह चयन छत्तीसगढ़ से एकमात्र शिल्पकार के रूप में किया गया है। हीराबाई, जो कि ढोकरा बेलमेटल शिल्प कला में माहिर हैं, ने पूरे अंचल और प्रदेश को गौरवान्वित किया है।
कला के क्षेत्र में बघेल परिवार की अहम भूमिका
हीराबाई के इस सम्मान से उनके गांव बैगीनडीह सहित पूरे जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है। उनके पति मिनकेतन बघेल भी इसी शिल्प कला में निपुण हैं और पहले भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके हैं।
प्रेरणा स्रोत और परिवार का योगदान
हीराबाई ने अपने इस सम्मान का श्रेय अपने पिता भुलाऊ झरेका और पति मिनकेतन बघेल को दिया। उन्होंने कहा कि उनके पिता ने उन्हें ढोकरा बेलमेटल शिल्प कला सिखाई, और उनके पति ने उन्हें हमेशा इस कला में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
प्रशासनिक सहयोग
हीराबाई ने अपने पुरस्कार के चयन में सारंगढ़ के तात्कालिक एसडीएम अनिकेत साहू और ग्राम पंचायत बैगीनडीह के सचिव बलभद्र पटेल के सहयोग को महत्वपूर्ण बताया। उनके सहयोग से ही विभिन्न प्रशासनिक कार्यवाही पूरी हो सकी, जिससे यह पुरस्कार मिल पाया।
इस उपलब्धि से छत्तीसगढ़ प्रदेश और खासकर सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला एक बार फिर से राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में सफल हुआ है।