बिलाईगढ़ (CG News Focus): रानीगढ़ का पंडाल साहित्य के रंग और ठहाकों से सजी एक अनोखी शाम का गवाह बना, जहां हास्य कवि सम्मेलन ने सभी को हंसी के समंदर में गोते लगाने का मौका दिया। गांव की युवा समिति और स्थानीय साहित्यिक संस्था द्वारा आयोजित इस भव्य आयोजन में पूरे क्षेत्र के लोगों ने बड़े जोश से हिस्सा लिया।
कवियों ने पेश की हास्य की बहार
मंच पर उतरते ही कवियों की टुकड़ी ने दर्शकों का दिल जीत लिया। जाने-माने कवि मीर अली मीर, शशिभूषण स्नेही, संतोषी श्रद्धा, शरद यादव अक्स, कृष्णा भारती, कमलेश यादव और रामानन्द त्रिपाठी ने अपनी अनोखी शैली में रचनाएँ प्रस्तुत कीं, जो न केवल हंसी बल्कि सोचने का भी अवसर देती थीं।
शशिभूषण स्नेही ने अपने चुटीले व्यंग्य से दर्शकों को हंसी में डुबो दिया, वहीं संतोषी श्रद्धा की भावपूर्ण कविताओं ने रिश्तों की पेचीदगियों और सामाजिक मुद्दों को उजागर किया। मीर अली मीर और शरद यादव अक्स ने अपने हास्य के साथ एक गहरा संदेश भी पिरोया, जिसने हंसी के साथ-साथ दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर दिया।
हर कविता पर गूंज उठी तालियाँ
हर कविता के बाद तालियों की गड़गड़ाहट ने माहौल को जीवंत कर दिया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने कवियों की कलम की ताकत और हास्य के अंदाज़ का जमकर लुत्फ उठाया। कविता पाठ के दौरान कई बार ऐसा लगा जैसे दर्शकों की हंसी से पंडाल ही गूंज उठा हो।
कुशल संचालन और आयोजन की सराहना
कार्यक्रम का संचालन शशिभूषण स्नेही ने बड़े ही उम्दा ढंग से किया, जहां उन्होंने हर कवि का स्वागत अपने अनूठे अंदाज़ में किया। कार्यक्रम के अंत में आयोजकों ने सभी कवियों और श्रोताओं का आभार व्यक्त किया, साथ ही भविष्य में ऐसे और साहित्यिक कार्यक्रमों के आयोजन का आश्वासन भी दिया।
रानीगढ़ में साहित्य के प्रति प्रेम का अद्भुत संगम
इस हास्य कवि सम्मेलन ने रानीगढ़ में साहित्य और हास्य की एक नई परंपरा का सूत्रपात किया है। आयोजन के बाद कई साहित्य प्रेमियों ने यह आशा व्यक्त की कि यह कार्यक्रम हर साल इसी जोश और हर्षोल्लास के साथ होता रहेगा, जिससे गांव के लोगों को एक हंसी और प्रेरणा से भरी शाम बार-बार मिलती रहे।
रानीगढ़ के साहित्य प्रेमियों के लिए, यह शाम न केवल मनोरंजन का साधन थी बल्कि एक ऐसी प्रेरणादायक घटना थी जो हंसी और सोच दोनों का अद्भुत संगम बन गई।
(CG News Focus)