रायपुर/कोंडागांव (CG news focus):
ताइपे (ताइवान) में आयोजित एशियन कैडेट जूडो चैंपियनशिप 2025 में छत्तीसगढ़ की होनहार बेटी रंजीता कोरेटी ने स्वर्ण पदक जीतकर पूरे प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। रंजीता कोंडागांव स्थित राज्य बाल कल्याण परिषद के बालगृह बालिका की निवासी हैं।
उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर राज्य बाल कल्याण परिषद और समाज के सभी वर्गों ने हर्ष और गौरव व्यक्त किया है। रंजीता की जीत को नारी शक्ति, आत्मबल और अनुशासन का प्रतीक बताया जा रहा है।
कठिन परिस्थितियों में गढ़ी गई सफलता की मिसाल
रंजीता कोरेटी की यह यात्रा केवल एक खेल प्रतियोगिता की जीत नहीं, बल्कि संकल्प, संघर्ष और साहस की मिसाल है। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों को पीछे छोड़ते हुए अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्वर्ण पदक हासिल किया है। उनकी इस सफलता ने यह साबित कर दिया है कि प्रतिभा किसी सुविधा की मोहताज नहीं होती।
प्रशिक्षकों और बाल कल्याण परिषद की सराहनीय भूमिका
रंजीता की इस उपलब्धि में उनके प्रशिक्षकों, मार्गदर्शकों और राज्य बाल कल्याण परिषद की भी अहम भूमिका रही है। परिषद की निरंतर प्रेरणा, मार्गदर्शन और सहयोग से रंजीता ने यह मुकाम हासिल किया। इस जीत के साथ यह भी प्रमाणित हुआ है कि यदि सही दिशा और सहयोग मिले, तो कोई भी बच्चा दुनिया की किसी भी चुनौती को पार कर सकता है।
प्रदेश और देश को मिली नई प्रेरणा
रंजीता की सफलता उन सभी बच्चों और युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है, जो विषम परिस्थितियों में भी अपने सपनों को साकार करने का हौसला रखते हैं। यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ ही नहीं, पूरे भारत के लिए गौरवपूर्ण क्षण है।
शुभकामनाएं और भविष्य के लिए आशा
प्रदेशवासियों सहित समस्त खेल प्रेमियों ने रंजीता कोरेटी को दिल से बधाई दी है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे आगे भी देश और प्रदेश का नाम अंतरराष्ट्रीय खेलों में रोशन करती रहें।